सभोपदेशक और सुलैमान के गीत
बुद्धिमानी के साहित्य की ये दो पुस्तकें मसीहियों के लिए, जो कि ऐसे संसार में रहते हैं जो जीवन और प्रेम के अर्थ को लेकर असमंजस में है, अत्यावश्यक हैं। सभोपदेशक नामक पुस्तक में, सुलैमान (“उपदेशक”) हमें सचेत करता है कि हम स्वार्थी महत्वाकांक्षाओं के व्यर्थ जीवन जीने से बचकर परमेश्वर, जो प्रत्येक कार्य का न्याय करेगा, के नियमों की आज्ञाकारिता में जीएं। फिर, श्रेष्ठगीत में, वह हमें प्रेम और जीवंत विवाह संबंध के सद्गुणों को विकसित करने के विषय सिखाता है। इस पुस्तक से मिलने वाली शिक्षाएं संबंधों के व्यापक विस्तार, प्रेमालाप से लेकर विश्वासयोग्यता, और परस्पर संघर्षों के समाधान के प्रति प्रतिबद्धता के बारे में हैं।
ध्यानपूर्वक किए गए शोध के द्वारा डा. डेनी पेट्रिलो ने इन दोनों पुस्तकों के अर्थ को खोल कर उजागर किया है। अन्य दृष्टिकोणों की जानकारी रखते हुए, उन्होंने हमें सुलैमान के लेखों की एक व्यवहार्य समझ प्रदान की है जो परमेश्वर के वचन के प्रति गहरी श्रद्धा दिखाती है और हमारे समय के लिए हमें महत्वपूर्ण शिक्षाएं प्रदान करती है।













